जबतक, बर्फ़ की मोटी चादर मुझे अपने आग़ोश में भरकर सुला ना दे…! जबतक, बर्फ़ की मोटी चादर मुझे अपने आग़ोश में भरकर सुला ना दे…!
कहीं हो ना जाए हमसे ऐसी कोई नादानी। कहीं हो ना जाए हमसे ऐसी कोई नादानी।
जिन आंखों ने सपने देखे, नीर बहायेंगे ही, तेरे मेरे बीच के किस्से दूर तो जाएंगे ही जिन आंखों ने सपने देखे, नीर बहायेंगे ही, तेरे मेरे बीच के किस्से दूर तो जाएंग...
बहुत कम हैं जिंदगी और मौत का फासला ! बहुत कम हैं जिंदगी और मौत का फासला !
जब भी कोई रोता बच्चा लोरी या मृदु थाप हुआ मैं। बंद हुआ अब सैर-सपाटा गृहस्थी का परिमाप हुआ मैं। जब भी कोई रोता बच्चा लोरी या मृदु थाप हुआ मैं। बंद हुआ अब सैर-सपाटा गृहस्थी...